Gulzar Shayari
-
Quotes & Thoughts
गुलजार साहब की शायरी | दिल छू लेने वाली अनमोल लाइन्स
गुलज़ार साहब की लिखावटों का मूल ज़िंदगी हैं और ज़िंदगी क्या जो इनसे रूबरू न हो। सुबह की चाय हो…
Read More »
गुलज़ार साहब की लिखावटों का मूल ज़िंदगी हैं और ज़िंदगी क्या जो इनसे रूबरू न हो। सुबह की चाय हो…
Read More »